शांति के लिए कैंसर है इजरायल, ईरान पर हमले को लेकर भड़के उत्तर कोरिया ने अमेरिका को भी दी चेतावनी
नई दिल्ली. ईरान और इजरायल में चल रहे युद्ध ने पूरी दुनिया में तीसरे विश्व युद्ध का खतरा बढ़ा दिया है. इस बीच उत्तर कोरिया ने कहा है कि इजरायल मिडिल ईस्ट की शांति के लिए कैंसर और दुनिया की शांति, सुरक्षा को बर्बाद करने वाला मुख्य अपराधी है.
उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन के एक प्रवक्ता ने ईरान पर इजरायल के हमले की निंदा करते हुए उसे मानवता के विरुद्ध अपराध बताया और चेतावनी दी कि इससे अस्थिर मध्य-पूर्व में व्यापक युद्ध छिड़ने का खतरा है.
कोरिया की सरकारी समाचार एजेंसी केसीएनए के मुताबिक, गुरुवार को देश के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने एक बयान जारी कर कहा कि उनका देश ईरान के नागरिकों, परमाणु और ऊर्जा स्थलों पर इजरायल के सैन्य हमलों पर गंभीर चिंता जताता है और इसकी कड़ी निंदा करता है.
प्रवक्ता ने कहा कि इजरायली हमलों में नागरिकों की हत्या ‘मानवता के विरुद्ध अक्षम्य अपराध’ है. उन्होंने इजरायल पर स्टेट स्पॉन्सर आतंकवाद का आरोप लगाया जिससे क्षेत्र में एक व्यापक युद्ध का खतरा बढ़ रहा है.
उत्तर कोरिया ने अमेरिका और यूरोपीय देशों को भी दी चेतावनी
ईरान-इजरायल युद्ध की शुरुआत के बाद से ही माना जा रहा है कि अमेरिका अपने सहयोगी इजरायल के साथ इस युद्ध में शामिल हो सकता है. वॉल स्ट्रीट जर्नल ने खबर दी कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने मंगलवार को अपने सहयोगियों से कहा कि उन्होंने ईरान पर हमले की प्लानिंग को मंजूरी दे दी है, लेकिन यह देखने के लिए फिलहाल उसे रोक रखा है कि ईरान अपना परमाणु प्रोग्राम छोड़ता है या नहीं.
ट्रंप चाहते हैं कि ईरान पूरी तरह सरेंडर कर दे और अपना यूरेनियम संवर्धन रोक दे ताकि वो भविष्य में परमाणु बम न बना पाए. लेकिन ईरान ने ट्रंप के बिना शर्त सरेंडर के प्रस्ताव को खारिज कर दिया है. इससे बौखलाए ट्रंप ने बुधवार को कहा, ‘मैं ईरान पर हमला कर सकता हूं, नहीं भी कर सकता हूं.’ इधर, उत्तर कोरिया ने अमेरिका और यूरोपीय देशों को चेतावनी दी है कि वो इस युद्ध में हस्तक्षेप न करें.
कोरियाई विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, ‘दुनिया के सामने वर्तमान में जो स्थिति है, वो साबित करती है कि अमेरिका और पश्चिमी देशों के समर्थन से आगे बढ़ रहा इजरायल, मध्य-पूर्व में शांति के लिए कैंसर की तरह है और यह वैश्विक शांति और सुरक्षा को बर्बाद करने का मुख्य अपराधी है. अंतरराष्ट्रीय समुदाय अमेरिका और पश्चिमी ताकतों पर कड़ी नजर रख रहा है. ये युद्ध की आग को हवा दे रहे हैं और पीड़ित ईरान के वैध संप्रभुता और आत्मरक्षा के अधिकार के इस्तेमाल पर सवाल उठा रहे हैं.’
उत्तर कोरिया की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि ईरान के मामले में उनका धैर्य समाप्त हो चुका है.
उत्तर कोरिया ने अमेरिका से ऐसा न करने का आग्रह किया और चेतावनी दी कि अमेरिका और उसके सहयोगियों की कार्रवाइयां ‘मध्य पूर्व में स्थिति को विनाश की ओर ले जा रही हैं.’