कुंभ मेले में नदी में डुबकी लगाई जाती है. साधकों का मानना है कि
कुंभ मेले में नदी में डुबकी लगाई जाती है. साधकों का मानना है कि नदियों में स्नान करना प्रायश्चित का साधन है. इससे पिछले पाप कर्मों से मुक्ति मिलती है.

कुंभ मेले में नदी में डुबकी लगाई जाती है. साधकों का मानना है कि नदियों में स्नान करना प्रायश्चित का साधन है. इससे पिछले पाप कर्मों से मुक्ति मिलती है. प्रयाग और स्नान तीर्थ का सबसे पहला उल्लेख ऋग्वेद परिशिष्ट में मिलता है